रामलल्ला का मंदिर तो बना लो…
अयोध्या में मस्जिदों के लिए जगह भी ले लो…
इस कलयुग में भगवान, अल्लाह को मना लो…
पर जो पहले से मंदिर, मस्जिदें बनी हैं…
उनमें भी भक्तों और नमाज़ीयों को बुला लो….
आज के लोग ना भक्ति और ना ही रब की इबादत में दिलचस्पी लेते हैं…
वो तो बस सुबह से शाम अपनी ज़रूरतों के पीछे ही भागतें हैं…

हाँ अपने राजनेता मंदिर मस्जिद पे ज़रूर अपनी रोटियां सेकते हैं…
वर्ना आम लोग इन बातों में ना उलझते हैं ना झगड़ते हैं….
आजकल का युवा वर्ग यूं ही मंदिर मस्जिद कम जाते हैं….
वो तो अक्सर PUBG खेलकर दिनभर गुज़ारतें हैं….
फिर भी अयोध्या में रामलल्ला का मंदिर तो बना लो…
मस्जिदों के लिए जगह भी ले लो…
अब आया है सर्वोच्च अदालत का फैसला… तो इसका भी आदर करो….

साथ ही इस मुद्दे पे टीवी पे ना बहस करो…
सबका सम्मान करो…
सबसे प्यार करो…
हम अपने देश को बुलंदी तक कैसे ले जाएं…
उस पे सब मिल कर काम करो…
और ऐ छोटे बड़े नेताओं और टीवी के एंकरों मंदिर मस्जिद के नाम पर ना उलझो और ना ही उलझाओ..
और ऐ छोटे बड़े नेताओं और टीवी के एंकरों मंदिर मस्जिद के नाम पर ना उलझो और ना ही उलझाओ…
अनीश मिर्ज़ा…