BJ Bole To: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ (BS Dhanoa) ने आज विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान(Abhinandan Varthaman) के साथ मिग-21 (MiG-21) लड़ाकू विमान से उड़ान भरी. पाकिस्तान की हिरासत से छूटने के छह महीने बाद अभिनंदन ने कॉकपिट में वापसी की है. इस दौरान वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ उनकी बगल में बैठे थे. धनोआ भी मिग-21 के पायलट रह चुके हैं. उन्होंने करगिल युद्ध के समय 17 स्क्वॉड्रन की कमान संभालते हुए यह विमान उड़ाया था.
मिग-21 से उड़ान भरने के बाद वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने न्यूज़ एजेंसी ANI से बात की. उन्होंने बताया, ‘हम दोनों में दो बातें कॉमन हैं. पहला, हम दोनों सही-सलामत इजेक्ट हुए. दूसरा- हम दोनों ने ही पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई लड़ी है. मैं करगिल ऑपरेशन में था, जबकि अभिनंदन ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के लड़ाकू विमान को खदेड़ा था.’ वायुसेना प्रमुख ने ये भी बताया कि वह अभिनंदन के पिता के साथ भी मिग-21 उड़ा चुके हैं.
बता दें कि इसी साल 14 फरवरी को पुलवामा (Pulwama) में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ (CRPF) के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे. भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट (Balakot) में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक (Air Strike) करके इस हमले का बदला लिया. इसके बाद 27 फरवरी को भारतीय सीमा में घुस आए पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों का मिग-21 बाइसन से पीछा करते हुए विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthman) एलओसी पार कर गए थे और पाकिस्तानी फाइटर प्लेन F-16 को मार गिराया था.
इसके बाद उनका मिग-21 क्रैश हो जाने से अभिनंदन को पैराशूट के जरिए इजेक्ट होना पड़ा. गलती से वह पाकिस्तान में लैंड कर गए. पाकिस्तानी आर्मी ने उन्हें हिरासत में ले लिया था. हालांकि, दो दिन के अंदर पाकिस्तान को अभिनंदन को सही सलामत छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा.
अभिनंदन वर्धमान के सकुशल भारत लौटने के बाद उनके दोबारा मिग-21 उड़ाने पर सस्पेंस बना हुआ था. IAF चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने तब साफ किया था कि मेडिकल फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद अभिनंदन दोबारा मिग-21 उड़ा सकेंगे. मेडिकल टेस्ट में अभिनंदन पास हो गए.
अगस्त में IAF बेंगलुरु के इंस्टिट्यूट ऑफ ऐरोस्पेस मेडिसिन ने अभिनंदन को दोबारा फाइटर जेट उड़ाने की मंजूरी दे दी. आज उन्होंने मिग-21 उड़ाकर कॉकपिट में वापसी कर ली.
बता दें कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की बहादुरी को सलाम करते हुए भारत सरकार ने उन्हें 15 अगस्त को वीर चक्र से सम्मानित किया है.